किसानों के गन्ना मूल्य बकाया का भुगतान करने से सहायता करने हेतु गन्ने की लागत की भरपाई करने के लिए चीनी मौसम 2018-19 के दौरान पेराई किए गए गन्ने के संबंध में 13.88 रुपए प्रति क्विंटल की दर से चीनी मिलों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। यह सहायता केवल उन्हीं मिलों को दी जाएगी जो खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करेंगी। इस संबंध में कुल व्यय लगभग 4163 करोड़ रुपए होगा, जो सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। किसानों को देय गन्ना बकाया का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए दोनों सहायता राशियां उचित और लाभकारी मूल्य के लिए किसानों को देय गन्ना बकाया राशि के रूप में चीनी मिलों की ओर से किसानों के खाते में सीधे अंतरित कर दी जाएगी, जिसके साथ पिछले वर्षों और बाद की शेष राशि से संबंधित बकाया, यदि कोई हो, तो वह भी मिलों के खाते में जमा करा दी जाएगी।
सरकार ने "चीनी मिलों को सहायता संबंधी स्कीम” अधिसूचित की है, जिसके अंतर्गत चीनी मिलों को गन्ने की लागत की भरपाई करने के लिए पेराई किए गए गन्ने के लिए 5.50 रुपये प्रति क्विंटल की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जो लगभग 1540 करोड़ रुपए है। इस सहायता का उपयोग वर्तमान चीनी मौसम 2017-18 की गन्ना मूल्य की देय राशि तथा पूर्ववर्ती चीनी मौसमों की बकाया राशि का भुगतान करने के लिए किया जाना है। इस सहायता का भुगतान मिल की ओर से किसानों को सीधे किया जाएगा तथा इसे किसानों को देय बकाया सहित गन्ना मूल्य की देय राशि के प्रति समायोजित किया जाएगा। तत्पश्चात शेष राशि, यदि कोई हो, मिल के खाते में जमा की जाएगी।